अपनी कार्यशील पूंजी की जरूरत कैसे तय करें? जानिए

कार्यशील पूंजी यानी वर्किंग कैपिटल किसी भी बिजनेस/कंपनी का ऑक्सीजन होता है। जिस प्रकार बिना के ऑक्सीजन के किसी व्यक्ति के लिए जीवन बहुत कठिन हो जाता है। ठीक उसी प्रकार बिना वर्किंग कैपिटल यानी कार्यशील पूंजी के बिजनेस का संचालन बहुत कठिन हो जाता है।

कार्यशील पूंजी का कार्य बिजनेस की दैनिक जरूरतों को पूरा करना होता है। बिजनेस की दैनिक जरूरत जिसमे मालभाड़ा, कच्चे माल की खरीद, दैनिक कर्मचारियों की सैलरी, कर्मचारियों के लिए चाय-नाश्ता इत्यादि में लगने वाला धन शामिल होता है।

अगर बिजनेस के लिए अचानक कोई उपकरण की खरीद करना हो तो भी वह कार्यशील पूंजी के अंतर्गत आता है। जिन कारोबारियों के बिजनेस में कार्यशील पूंजी की कमी होती है। उन्हें चाहिए कि वह वर्किंग कैपिटल लोन लेकर इस कमी को पूरा करें। ताकि बिजनेस का संचालन सही तरीके से किया जा सके।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि देश की प्रमुख नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) ZipLoan द्वारा एमएसएमई करिबरियों को 7.5 लाख रुपये तक का वर्किंग कैपिटल लोन, बिना कुछ गिरवी रखे, सिर्फ 3 दिन* के भीतर प्रदान किया जाता है। आइये समझते हैं कि कारोबारी ओनी कार्यशील पूंजी की जरूरत कैसे तय करें।

instant business loan

Ziploan व्यवसायों के लिए लोकप्रिय लोनदाता है।

Icon1

न्यूनतम कागजात

बैलेंस शीट की जरूरत नहीं है

Icon4

प्री-पेमेंट चार्जेंस फ्री

6 EMI का भुगतान करने के बाद

Icon3

सिर्फ 3 दिन* में बिजनेस लोन

रकम आपके बैंक खाते में

कार्यशील पूंजी की जरूरत कैसे तय करें?

वर्किंग कैपिटल यानी कार्यशील पूंजी कोई लग्जरी नहीं है। मतलब यह सिर्फ कहने के लिए नहीं होता है बाकी वर्किंग कैपिटल हर बिजनेस के लिए अनिवार्य है। अब सवाल उठता है कि कार्यशील पूंजी की जरूरत को कैसे तय किया जाता है?

जैसा कि हम सभी लोग इस तथ्य से परिचित हैं कि जब भी कोई बिजनेस शुरु किया जाता है तो उसके विभिन्न खर्चें के लिए विभिन्न मद में धन का आवंटन किया जाता है। उदहारण के तौर पर देखें तो ट्रांसपोर्ट खर्च। किसी भी बिजनेस में प्रोडक्ट को लाने और ले जाने में वाहन की आवश्यकता होती है। अब वाहन या तो खुद का
होता है या किराए पर लिया जाता है। लेकिन दोनों ही स्थितियों में धन की जरूरत होती है। अब हर रोज ट्रांसपोर्ट के लिए बिजनेस का मालिक पैसे नहीं दे सकता है।

तो क्या करता है कि एक औसत के हिसाब पुरे साल का एक ही बार ट्रांसपोर्ट में लगने वाला खर्च अपने अकाउंट डिपार्टमेंट को आवंटित कर देता है। अब जब भी बिजनेस के प्रोडक्ट से संबंधित कोई वाहन आता – जाता है तो अकाउंट डिपार्टमेंट से ट्रांसपोर्ट के लिए आवंटित की गई धनराशि में से ही पैसा दिया जाता है। इस
तरह आपने वर्किंग कैपिटल की बेसिक बात को समझ लिया है। आइये अब कार्यशील पूंजी की जरूरत को विस्तार से समझते हैं।

इस तरह तय होती है कार्यशील पूंजी

किसी भी बिजनेस के लिए कार्यशील पूंजी की जरूरत को तय करते वक्त निम्न बातों का ध्यान दिया जाता है:

  • बिजनेस की प्रकृति
  • बिजनेस के संचालन का स्केल
  • कच्चे माल को तैयार माल में बदलने के लिए आवश्यक समय और लगने वाला धन
  • बिजनेस की कुल उधारी और क्रेडिट की शर्तों के आधार पर की गई बिक्री की मात्रा
  • मौसमी बिजनेस के मामले में मौसमी अंतर
  • बिजनेस की प्रकृति

सभी बिजनेस की प्रकृति अलग – अलग होती है। कोई बिजनेस सर्विस सेक्टर का होता है तो कोई बिजनेस विनिनिर्माण यानी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का होता है। बिजनेस की प्रकृति के अनुसार ही बिजनेस की वर्किंग कैपिटल यानी कार्यशील पूंजी का निर्धारण होता है। अगर बिजनेस विनिर्माण यानी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का है
तो सर्विस सेक्टर के बिजनेस से अधिक कार्यशील पूंजी यानी वर्किंग कैपिटल का निर्धारण करना होगा।

बिजनेस के संचालन का स्केल

जिस प्रकार बड़े हाथी को खाने के लिए अधिक भोजन की आवश्यकता होती है। ठीक उसी प्रकार बड़े बिजनेस को चलाने के लिए अधिक धन की जरूरत होती है। अगर बिजनेस बड़ा है और बिजनेस का खर्च अधिक है तो जाहिर सी बात है कि बिजनेस के लिए कार्यशील पूंजी अधिक निर्धारित होगा।

कच्चे माल को तैयार माल में बदलने के लिए आवश्यक समय और लगने वाला धन

जितना महत्वपूर्ण कच्चा माल मंगाना होता है। उतना ही अधिक महत्वपूर्ण है कच्चे माल को बचाकर रखना। जब कच्चे माल को अधिक समय तक रखना होता है तो उसके लिए अतिरिक्त व्यवस्था करना होता है। इसके लिए अधिक की आवश्यकता होती है। इस हिसाब यहां यह कहा जा सकता है कि कच्चा माल भी वर्किंग
कैपिटल निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

बिजनेस की कुल उधारी और क्रेडिट की शर्तों के आधार पर की गई बिक्री की मात्रा

बिजनेस में की गई अधिक उधारी और पेमेंट मिलने में लगने वाला दिन भी कार्यशील पूंजी को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्किंग कैपिटल निर्धारित करने में हमेशा इस बात का ध्यान रखना होता है कि बिजनेस में कुल कितना उधारी है और उधारी पैसा कब मिलने वाला है।

मौसमी बिजनेस के मामले में मौसमी अंतर

गर्मी के मौसम में कोल्डड्रिंक की मांग अचानक बढ़ जाती है और सर्दी के मौसम में अचानक चाय की मांग अधिक हो जाती है। यह भी यह फैक्टर है कार्यशील पूंजी के निर्धारण के लिए।

इस तरह से आपने देखा कि कार्यशील पूंजी के निर्धारण में कौन – कौन से मुख्य फैक्टर काम करता है। जैसा कि आप जानते हैं कि किसी भी बिजनेस के लिए वर्किंग कैपिटल ऑक्सीजन का काम करता है। तो अगर किसी कारोबारी को लगे कि उनके कारोबार में ऑक्सीजन रूपी वर्किंग कैपिटल कम हो रहा है तो उन्हें
चाहिए कि वह ZipLoan से वर्किंग कैपिटल लोन लेकर अपने बिजनेस को सतत रुप से चलाते रहें।

ZipLoan से प्राप्त करिये 7- 5 लाख रुपये तक का कार्यशील पूंजी लोन

देश की प्रमुख नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) ZipLoan द्वारा एमएसएमई कारोबारियों को 7.5 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन, बिना कुछ गिरवी रखे, सिर्फ 3 दिन* में दिया जाता है। ZipLoan से मिलने वाला कार्यशील पूंजी लोन 6 महीने बाद प्री – पेमेंट फ्री होता है।

ZipLoan द्वारा कारोबारियों के लिए समय का महत्व समझा जाता है इसलिए अधिक कागजी दस्तावेजों की मांग नहीं की जाती है बल्कि सिर्फ 4 कागजी दस्तावेजों पर बिजनेस लोन मुहैया कराया जाता है। जिन कागजी दस्तावेजों की मांग की जाती है वह लिस्ट निम्न है:

  • आधार कार्ड और पैन कार्ड
  • पिछले 9 महीने का बैंक स्टेटमेंट। (करेंट बैंक अकाउंट)
  • पिछले साल फाइल की गई आईटीआर की कॉपी
  • घर या बिजनेस की जगह में से किसी एक का मालिकाना प्रूफ की कॉपी। (यह खुद के नाम पर, माता – पिता के नाम पर, पति – पत्नी के नाम पर, भाई – बहन के नाम पर, पुत्र – पुत्री के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है।)

कई ऐसे कोरोबारी होते हैं जो कई बार दूसरी कंपनियों और बैंकों से वर्किंग कैपिटल लोन पाने के लिए पात्र नहीं होते हैं। ऐसे कहीं ऐसा न हो कि कारोबारी अधिक पात्रता मापदंडो के चलते बिजनेस लोन से वंचित न रह जाये इसीलिए ZipLoan द्वारा कार्यशील पूंजी लोन के लिए बेहद आसान पात्रता निर्धारित किया गया है। पात्रता निम्न है:

  • बिजनेस दो साल से अधिक पुराना हो
  • बिजनेस का सालाना टर्नओवर 5 लाख से अधिक हो
  • बिजनेस के लिए सालाना आईटीआर डेढ़ लाख से अधिक की फाइल की जाती हो
  • बिजनेस या घर की जगह में से कोई एक खुद कारोबारी के नाम पर हो। (यह खुद के नाम पर, माता – पिता के नाम पर, पति – पत्नी के नाम पर, भाई – बहन के नाम पर, पुत्र – पुत्री के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है।)

ZipLoan से बिजनेस लोन लेने का लाभ

  • तत्काल कार्यशील पूंजी लोन मिलता है।
  • बेहद कम कागजी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है।
  • वर्किंग कैपिटल लोन बिना कुछ गिरवी रखे मिलता है।
  • 6 महीने बाद कार्यशील पूंजी लोन प्री – पेमेंट चार्जेस फ्री होता है।
  • 9 EMI जमा होने के बाद कारोबारी 2.5 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन पाने के लिए पात्र होता है।

बुनियादी समस्याओं का हल

राम यादव

मैं बारह वर्षों से अपना कारोबार चला रहा हूं लेकिन अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए सक्षम नहीं था। मैंने Ziploan में आवेदन किया और उन्होंने मेरे लोन आवेदन को बहुत ही कम समय में मंजूरी दे दी।

कंचन लता

मैंने अपने कारोबार की ज़रूरतों के लिए ZipLoan से संपर्क किया। कंपनी से लोन पाने की शर्तें पूरा करना आसान था। उन्हें सिर्फ 1 साल का ITR और बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख तक की जरूरत थी।

क्या आप भी ZipLoan के मदद से अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए तैयार हैं?