जानिए वर्किंग कैपिटल कैसे काम करता है?
कोई भी बिजनेस हो, वह चाहें बड़ा हो या छोटा उसको चलाने के लिए वर्किंग कैपिटल के रुप कुछ रकम रखी जाती है। इस रकम को सिर्फ उन्हीं खर्चों को पूरा करने के लिए खर्च किया जाता है जिसकी जरूरत तत्काल होती है। तत्काल जरूरतों को पूरा करने वाली रकम को वर्किंग कैपिटल कहते हैं।
कार्यशील पूंजी को एक उदाहरण के रुप में समझते हैं। माना एक बिजनेस है। उस बिजनेस में कुल 20 लोग काम करते हैं। इन 20 लोगों की बैठने के लिए जगह चाहिए है। जगह किराये पर ली जाती है। जो जगह किराये पर ली जाने वाली उस जगह पर बिजली – पानी की भी व्यवस्था करना होता है।
कर्मचारियों को सुबह और शाम को चाय – नाश्ता देना होता है। इस तरह के सभी कार्यों को करने में धन की आवश्यकता होती है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए जो धन खर्च किया जाता है वह वर्किंग कैपिटल कहलाता है।
कुछ बिजनेस में यह वर्किंग कैपिटल की धनराशी पहले से ही निश्चित करके सुरक्षित कर दी जाती है। जिस बिजनेस में वर्किंग कैपिटल के रुप में धनराशी पहले सुरक्षित करने का फण्ड नही होता है उन कारोबारियों को Working Capital Loan लेना बेहतर साबित होता है।
वर्किंग कैपिटल की जरूरत क्यों है?
बिजनेस का सफल संचालन करने के लिए दो तरह के धन यानी रकम की जरूरत पड़ती है।
- बिजनेस का विस्तार करने के लिए धन की जरूरत
- कारोबार का सफल संचालन करने के लिए धन की जरूरत
बिजनेस का विस्तार करने में खर्च होने वाले धन को बिजनेस की बिजनेस कास्ट कहते हैं। इसके लिए बड़ी धनराशी की जरूरत पड़ती है। बिजनेस का विस्तार होने का मतलब होता है कि बिजनेस बड़ा हो रहा है। मार्केट में उसकी स्थिति मजबूत बनती है।
बिजनेस में खर्च होने वाली दूसरी धनराशी होती है: वर्किंग कैपिटल यानी कार्यशील पूंजी। इस धनराशी का उपयोग बिजनेस को चलाने के लिए यानी सफल संचालन के लिए किया जाता है। कारोबर में दैनिक खर्च होने वाली रकम को को पूरा करने के लिए जिस रकम का इस्तेमाल किया जाता है उसे वर्किंग कैपिटल कहते हैं।
इसे कार्यशील पूंजी यानी वर्किंग कैपिटल भी कहते हैं। कारोबार में वर्किंग कैपिटल की जरूरत इसी बात से समझा जा सकती है कि वर्किंग कैपिटल का इंतजाम न करने की वजह से कई स्टार्ट – अप बिजनेस बंद होने हो चुके हैं।
वर्किंग कैपिटल धनराशी का उपयोग बिजनेस की जगह का किराया देने में, पानी बिजली की बिल भरने में, कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए और कर्मचारियों के लिए चाय – नाश्ता इत्यादि का इंतजाम करने के लिए किया जाता है। हम कार्यशील पूंजी को कारोबारियों के लिए एक बेहतरीन कैश असिस्टेंट भी कह सकते हैं।
ZipLoan से प्राप्त करिये वर्किंग कैपिटल 7.5 लाख रुपये तक का लोन
देश की प्रमुख नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी – एनबीएफसी ZipLoan द्वारा कारोबारियों को 1 से 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन* में दिया जाता है। ZipLoan द्वार कारोबारियों को कार्यशील पूंजी ऋण 2 साल तक के लिए दिया जाता है। अगर इस बीच कारोबारी के पास पैसा आ जाता है तो वह जब चाहें तब कीं की रकम वापस कर सकता हो वो भी 6 महीने बाद प्री पेमेंट चार्जेस फ्री।
ZipLoan से वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त करने की पात्रता क्या है?
- बिजनेस 2 साल से अधिक पुराना होना चाहिए।
- बिजनेस का सालना टर्नओवर 10 लाख रुपये से अधिक होना चाहिए।
- पिछले साल फाइल की गई आईटीआर डेढ़ लाख रुपये से अधिक की होना चाहिए।
- घर या बिजनेस की जगह में से कोई एक खुद के नाम पर होना चाहिए (यह खुद के नाम पर, माता-पिता, पति-पत्नी, भाई-बहन, पुत्र-पुत्री के नाम पर हो, तो भी मान्य किया जाता है।)
ZipLoan से वर्किंग कैपिटल लोन के लिए जरूरी कागजी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पिछले 9 महीने की बैंक स्टेटमेंट (चालू बैंक खाता/करेंट बैंक अकाउंट)
- घर या बिजनेस में से किसी एक के मालिकाना हक का प्रूफ (यह खुद के नाम पर, माता-पिता, पति-पत्नी, भाई-बहन, पुत्र-पुत्री के नाम पर हो, तो भी मान्य किया जाता है।)